Munshi Premchand's Stories मुंशी प्रेमचन्द की रचनाएँ

Stories from the greatest literary figure of Hindi-Urdu literature | हिन्दी उर्दू साहित्य के शीर्षतम कथाकार की कहानियाँ

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मुंशी प्रेमचन्द की इन अमोल कृतियों के संकलन पर आपका स्वागत है। अब यह साइट नए पते premchand.kahaani.org पर उपलब्ध है। हाल में किए गए परिवर्त...
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कमला के नाम विरजन के पत्र

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मझगाँव ‘प्रियतम, प्रेम पत्र आया। सिर पर चढ़ाकर नेत्रों से लगाया। ऐसे पत्र तुम न लिखा करो! हृदय विदीर्ण हो जाता है। मैं लिखूं तो असंग...
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प्रेम सूत्र

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संसार में कुछ ऐसे मनुष्य भी होते हैं जिन्हें दूसरों के मुख से अपनी स्त्री की सौंदर्य-प्रशंसा सुनकर उतना ही आनन्द होता है जितनी अपनी कीर्ति क...
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अनुभव

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प्रियतम को एक वर्ष की सजा हो गयी। और अपराध केवल इतना था, कि तीन दिन पहले जेठ की तपती दोपहरी में उन्होंने राष्ट्र के कई सेवकों का शर्बत-पान स...
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शूद्रा

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मां और बेटी एक झोंपड़ी में गांव के उस सिरे पर रहती थीं। बेटी बाग से पत्तियां बटोर लाती, मां भाड़-झोंकती। यही उनकी जीविका थी। सेर-दो सेर अनाज...
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